नरहन एस्टेट
दिशानरहन को ऐतिहासिकता प्रदान करने वाले द्रोणवार राजवंश के तेरह भूपतियों ने इसे एक राजधानी नगर के रूप में विकसित किया। नरहन स्टेट द्वारा बनाये गये राजमहल, मंदिर, पुष्करिणी, पुल आदि इसके प्रमाण हैं। स्टेट में इतिहास और पुरातत्व की बहुत सारी वस्तुएँ बँटकर बनारस चली गयी, शेष गुमनामी झेल रही है। इसी क्षेत्र के चकबिदेलिया गाँव में पालयुगीन मंदिर के गर्भगृह में सूर्य की प्रस्तर मूर्ति (दो फीट लंबी), शिवलिंग और नंदी की मूर्तियां स्थापित है। नरहन स्टेट से 10 कि0मी0 दक्षिण में अवस्थित यह वैद्यों की ऐतिहासिक बस्ती है। समस्तीपुर से रोसड़ा जाने के स्थल मार्ग में केओस में महिषासुरमर्दिणी की एक खंडित कर्णाटकालीन प्रस्तर मूर्ति मिली है, जो अन्य पुरावशेषों के साथ वहीं रखी है।
फोटो गैलरी
कैसे पहुंचें :
बाय एयर
पटना का जय प्रकाश नारायण अंतररास्ट्रीय हवाई अड्डा सबसे निकटतम हवाई अड्डा है
ट्रेन द्वारा
समस्तीपुर जिला का रेलवे स्टेशन सबसे समीप रेलवे स्टेशन है
सड़क के द्वारा
यह पटना जिला से बहुत अच्छी तरह सड़क मार्ग से जुड़ा है